उद्योग संघों ने इस घटना को वेक-अप कॉल कहते हुए नाविकों का समर्थन किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेना दो मुकदमों का निशाना बनेगी। इस घटना ने जहाजों की सुरक्षा स्थितियों और ऐसी परिस्थितियों में सेना के दायित्वों के बारे में एक गर्म बहस छेड़ दी है।


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